पहले की मौतों को गिना कर सरकार अपनी गलतियों को छिपा नहीं सकती।
कोटा अस्पताल का दौरा करने के बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री गहलोत और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के उलट बयान दिया।
सोनिया गांधी के निर्देश पर पायलट का दौरा।
चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा पर गिर सकती है गाज।
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कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी के निर्देश पर 4 जनवरी को राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कोटा के जेके लोन अस्पताल का दौरा किया। इस दौरे में पायलट ने मृतक बच्चों के परिजनों से भी मुलाकात की। पायलट जब परिजन से मुलाकात कर रहे थे, तब कोटा के अस्पताल में एक नवजात और उसकी माता जी का भी निधन हो गया। 4 जनवरी को बच्चों की मौत का आंकड़ा 107 तक पहुंच गया। कोटा के अस्पताल में हो रही बच्चों की मौत को लेकर देश की राजनीति गरमाई हुई है। अब तक जो आरोप भाजपा और बसपा की मायावती राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर लगाती रही उन्हीं आरोपों को सत्तारूढ़ पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने दोहराया है। पायलट ने दौरे के बाद मीडिया से जो कुछ कहा वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के अब तक के बयानों से उलट है। पायलट ने माना कि कोटा के अस्पताल में कोई सुविधा नहीं है। यहां तक कि दम तोड़ते बच्चों के लिए नेबुलाइजर की सुविधा भी नहीं है। पायलट ने कहा कि मैं अस्पताल के हालात देखकर आहत हंू। इतने बच्चे मरे हैं इसकी कोई तो जिम्मेदारी लेगा। राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकती है। मौत के पिछले आंकड़े गिना कर सरकार अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकती है। उन्होंने कहा कि सवाल सरकारी जांच का नहीं है सवाल जिम्मेदारी लेने का है। मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता कि कांग्रेस का कौन विधायक अथवा नेता अस्पताल नहीं आया, लेकिन मैं मानता हंू कि सरकार और प्रशासन की खामियों की वजह से बच्चों की मौत हुई है। मरने वाले गरीब तबके के लोग हैं, उन्हें मदद मिलनी ही चाहिए। पायलट के ताजा बयान से प्रदेश की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है क्योंकि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा का लगातार बचाव करते रहे हैं। गहलोत का बार बार कहना रहा कि गत भाजपा के शासन में कोटा के अस्पताल में इन्हीं दिनों में बच्चों की ज्यादा मौते हुई है। रघु शर्मा भी अस्पताल की अव्यवस्थाओं को मानने को तैयार नहीं है। रघु शर्मा लगातार कह रहे हैं कि बच्चों की मौत में सरकार और चिकित्सा विभाग की कोई गलती नहीं है। यहां तक कि किसी प्रकार का मुआवजा देने की बात भी नहीं कही जा रही है। रघु शर्मा ने तो मीडिया पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। रघु शर्मा ने कहा कि मीडिया एजेंडे के तहत खबरें चला रहा है। लेकिन सचिन पायलट के बयान से साफ जाहिर है कि बच्चोंकी मौत के मामले में राज्य सरकार और चिकित्सा विभाग कठघरे में खड़ा हुआ है।
सोनिया को भेजेंगे रिपोर्ट:
कांग्रेस की आतंरिक राजनीति में सचिन पायलट का 4 जनवरी का दौरा बहुत मायने रखता है। पायलट ने यह दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी के निर्देश पर किया है। अब अपने दौरे की रिपोर्ट पायलट सीधे सोनिया गांधी को ही देंगे। पायलट ने स्पष्ट तौर पर सरकार और चिकित्सा विभाग की खामियों को उजागर किया है। यदि पायलट अपने कहे के मुताबिक सोनिया गांधी को रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं तो राजस्थान के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा पर गाज गिर सकती है। इस पूरे प्रकरण में रघु शर्मा का घमंडपूर्ण व्यवहार भी सरकार के लिए मुसीबत बना हुआ है। रघु शर्मा ने एक राष्ट्रीय चैनल पर तो यहां तक कह दिया कि कुछ भी चलाओ सरकार पर फर्क नहीं पड़ेगा। रघु शर्मा शुरू से ही इस पूरे मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। एक ओर राष्ट्रीय स्तर पर राजस्थान की कांग्रेस सरकार की बदनामी हो रही है तो वहीं रघु शर्मा अपने व्यवहार पर शर्मिंदा नहीं है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि जब कोटा के अस्पताल में बच्चों की मौत हो रही थी तब 22 से 26 दिसम्बर के बीच रघु शर्मा दुबई टूर पर थे। दुबई दौरे में फरारी वल्र्ड का आनंद भी रघु शर्मा ने लिया।
कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी के निर्देश पर 4 जनवरी को राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष और डिप्टी सीएम सचिन पायलट ने कोटा के जेके लोन अस्पताल का दौरा किया। इस दौरे में पायलट ने मृतक बच्चों के परिजनों से भी मुलाकात की। पायलट जब परिजन से मुलाकात कर रहे थे, तब कोटा के अस्पताल में एक नवजात और उसकी माता जी का भी निधन हो गया। 4 जनवरी को बच्चों की मौत का आंकड़ा 107 तक पहुंच गया। कोटा के अस्पताल में हो रही बच्चों की मौत को लेकर देश की राजनीति गरमाई हुई है। अब तक जो आरोप भाजपा और बसपा की मायावती राजस्थान की कांग्रेस सरकार पर लगाती रही उन्हीं आरोपों को सत्तारूढ़ पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष सचिन पायलट ने दोहराया है। पायलट ने दौरे के बाद मीडिया से जो कुछ कहा वह मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा के अब तक के बयानों से उलट है। पायलट ने माना कि कोटा के अस्पताल में कोई सुविधा नहीं है। यहां तक कि दम तोड़ते बच्चों के लिए नेबुलाइजर की सुविधा भी नहीं है। पायलट ने कहा कि मैं अस्पताल के हालात देखकर आहत हंू। इतने बच्चे मरे हैं इसकी कोई तो जिम्मेदारी लेगा। राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग नहीं सकती है। मौत के पिछले आंकड़े गिना कर सरकार अपनी जिम्मेदारी से बच नहीं सकती है। उन्होंने कहा कि सवाल सरकारी जांच का नहीं है सवाल जिम्मेदारी लेने का है। मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता कि कांग्रेस का कौन विधायक अथवा नेता अस्पताल नहीं आया, लेकिन मैं मानता हंू कि सरकार और प्रशासन की खामियों की वजह से बच्चों की मौत हुई है। मरने वाले गरीब तबके के लोग हैं, उन्हें मदद मिलनी ही चाहिए। पायलट के ताजा बयान से प्रदेश की राजनीति एक बार फिर गर्मा गई है क्योंकि प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा का लगातार बचाव करते रहे हैं। गहलोत का बार बार कहना रहा कि गत भाजपा के शासन में कोटा के अस्पताल में इन्हीं दिनों में बच्चों की ज्यादा मौते हुई है। रघु शर्मा भी अस्पताल की अव्यवस्थाओं को मानने को तैयार नहीं है। रघु शर्मा लगातार कह रहे हैं कि बच्चों की मौत में सरकार और चिकित्सा विभाग की कोई गलती नहीं है। यहां तक कि किसी प्रकार का मुआवजा देने की बात भी नहीं कही जा रही है। रघु शर्मा ने तो मीडिया पर भी गंभीर आरोप लगाए हैं। रघु शर्मा ने कहा कि मीडिया एजेंडे के तहत खबरें चला रहा है। लेकिन सचिन पायलट के बयान से साफ जाहिर है कि बच्चोंकी मौत के मामले में राज्य सरकार और चिकित्सा विभाग कठघरे में खड़ा हुआ है।
सोनिया को भेजेंगे रिपोर्ट:
कांग्रेस की आतंरिक राजनीति में सचिन पायलट का 4 जनवरी का दौरा बहुत मायने रखता है। पायलट ने यह दौरान राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी के निर्देश पर किया है। अब अपने दौरे की रिपोर्ट पायलट सीधे सोनिया गांधी को ही देंगे। पायलट ने स्पष्ट तौर पर सरकार और चिकित्सा विभाग की खामियों को उजागर किया है। यदि पायलट अपने कहे के मुताबिक सोनिया गांधी को रिपोर्ट प्रस्तुत करते हैं तो राजस्थान के चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा पर गाज गिर सकती है। इस पूरे प्रकरण में रघु शर्मा का घमंडपूर्ण व्यवहार भी सरकार के लिए मुसीबत बना हुआ है। रघु शर्मा ने एक राष्ट्रीय चैनल पर तो यहां तक कह दिया कि कुछ भी चलाओ सरकार पर फर्क नहीं पड़ेगा। रघु शर्मा शुरू से ही इस पूरे मामले को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं। एक ओर राष्ट्रीय स्तर पर राजस्थान की कांग्रेस सरकार की बदनामी हो रही है तो वहीं रघु शर्मा अपने व्यवहार पर शर्मिंदा नहीं है। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि जब कोटा के अस्पताल में बच्चों की मौत हो रही थी तब 22 से 26 दिसम्बर के बीच रघु शर्मा दुबई टूर पर थे। दुबई दौरे में फरारी वल्र्ड का आनंद भी रघु शर्मा ने लिया।
एस.पी.मित्तल) (04-01-2020)
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