भूपेन्द्र यादव ने सांसद कोष से अजमेर के चिकित्सा विभाग को बीस लाख रुपए दिए।
आखिर अजमेर में लॉक डाउन में कफ्र्यू जैसे हालात हुए।
जिले के बाहर से आने वाला हर व्यक्ति आईसोलेट हो-डॉ. सोनी।
एसपी ने संभाला मोर्चा।
===========
राजस्थान से राज्यसभा के सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेन्द्र यादव ने कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर सांसद कोष से अजमेर के चिकित्सा विभाग को बीस लाख रुपए की राशि आवंटित की है। यादव ने बताया कि इस राशि से जवाहर लाल नेहरू अस्पताल को सैनेटाइज करने और जरुरतमंद लोगों को मास्क उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी है इससे सभी को मिल कर निपटना चाहिए। अजमेर के लिए वे जो कुछ भी कर सकते हैं वो करेंगे। यदि और आवश्यकता हुई तो वे सांसद कोष से सहयोग करेंगे। यादव ने कहा कि केन्द्र सरकार राजस्थान सरकार को हर संभव मदद कर रही है। भूपेन्द्र यादव द्वारा सांसद कोष से बीस लाख रुपए दिए जाने के संबंध में अजमेर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी केके सोनी ने बताया कि इस राशि से मास्क खरीद कर ग्रामीण क्षेत्रों में भी वितरित किए जाएंगे। उन्होंने सहायता राशि के लिए सांसद यादव का आभार जताया।
लॉक डाउन में कफ्र्यू जैसे हालात:
24 मार्च को अजमेर में लॉक डाउन के तहत कफ्र्यू जैसे हालात देखे गए। 24 मार्च को सुबह बड़ी संख्या में लोग अपने घरों से सब्जी खरीदने और किराना का जरूरी सामान लेने के लिए निकले, लेकिन पुलिस की सख्ती की वजह से थोड़े ही समय में लोगों को अपने घरों में लौटना पड़ा। पुलिस ने शहर भर में जगह जगह नाकाबंदी की जिससे लोगों का आवागमन बाधित हुआ। जिन लोगों को जरूरी कार्य रहा, उन्हें पुलिस ने गतंव्य स्थान तक जाने दिया। सिटी मजिस्ट्रेट अरविंद सेंगवा ने लोगों से अपील की है कि वे लॉक डाउन का पूरी तरह से पालन करें। उन्होंने कहा कि आवश्यक वस्तुओं के लिए किसी को भी रोका नहीं जा रहा है, लेकिन लोग बेवजह अपने घरों से नहीं निकले। सेेंगवा ने कहा कि सभी नागरिकों को पुलिस को सहयोग करना चाहिए।
जिले के बाहर से आने वाला हर व्यक्ति आईसोलेट हो:
अजमेर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. केके सोनी ने कहा कि एक मार्च के बाद जो भी व्यक्ति अजमेर जिले के बाहर से आया है उसे तत्काल चिकित्सा विभाग को सूचना देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए ऐसे व्यक्ति को स्वयं ही 14 दिनों तक होम आईसोलेट हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि चाहे कोई व्यक्ति अजमेर जिले के पड़ौसी जिले, नागौर, भीलवाड़, राजसमंद आदि से आया हो उसे भी आईसोलेट होने की जरुरत है। यदि कोई व्यक्ति राजस्थान के बाहर से आया है उसे तत्काल अपने बारे में चिकित्सा विभाग को सूचना देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अब लोग जागरुक होकर भी बाहर से आने वाले व्यक्ति के बारे में सूचना दे रहे हैं। इससे लोगों की जागरुकता का पता चलता है।
एसपी ने संभाला मोर्चा:
लोक डाउन के मद्देनजर 24 मार्च को जिला पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप सिंह ने सड़कोंपर उतर कर स्वयं मोर्चा संभाला। एसपी ने कई स्थानों पर बेवजह घुम रहे लोगों को फटकार भी लगाई। एसपी का कहना रहा कि पुलिस लोगों की जान बचाने के लिए मुस्तैद है इसलिए लोगों को सहयोग करना चाहिए। एसपी की फटकार के बाद कई लोग माफी मांगते नजर आए।
राजस्थान से राज्यसभा के सांसद और भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव भूपेन्द्र यादव ने कोरोना वायरस के प्रकोप के मद्देनजर सांसद कोष से अजमेर के चिकित्सा विभाग को बीस लाख रुपए की राशि आवंटित की है। यादव ने बताया कि इस राशि से जवाहर लाल नेहरू अस्पताल को सैनेटाइज करने और जरुरतमंद लोगों को मास्क उपलब्ध करवाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस वैश्विक महामारी है इससे सभी को मिल कर निपटना चाहिए। अजमेर के लिए वे जो कुछ भी कर सकते हैं वो करेंगे। यदि और आवश्यकता हुई तो वे सांसद कोष से सहयोग करेंगे। यादव ने कहा कि केन्द्र सरकार राजस्थान सरकार को हर संभव मदद कर रही है। भूपेन्द्र यादव द्वारा सांसद कोष से बीस लाख रुपए दिए जाने के संबंध में अजमेर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी केके सोनी ने बताया कि इस राशि से मास्क खरीद कर ग्रामीण क्षेत्रों में भी वितरित किए जाएंगे। उन्होंने सहायता राशि के लिए सांसद यादव का आभार जताया।
लॉक डाउन में कफ्र्यू जैसे हालात:
24 मार्च को अजमेर में लॉक डाउन के तहत कफ्र्यू जैसे हालात देखे गए। 24 मार्च को सुबह बड़ी संख्या में लोग अपने घरों से सब्जी खरीदने और किराना का जरूरी सामान लेने के लिए निकले, लेकिन पुलिस की सख्ती की वजह से थोड़े ही समय में लोगों को अपने घरों में लौटना पड़ा। पुलिस ने शहर भर में जगह जगह नाकाबंदी की जिससे लोगों का आवागमन बाधित हुआ। जिन लोगों को जरूरी कार्य रहा, उन्हें पुलिस ने गतंव्य स्थान तक जाने दिया। सिटी मजिस्ट्रेट अरविंद सेंगवा ने लोगों से अपील की है कि वे लॉक डाउन का पूरी तरह से पालन करें। उन्होंने कहा कि आवश्यक वस्तुओं के लिए किसी को भी रोका नहीं जा रहा है, लेकिन लोग बेवजह अपने घरों से नहीं निकले। सेेंगवा ने कहा कि सभी नागरिकों को पुलिस को सहयोग करना चाहिए।
जिले के बाहर से आने वाला हर व्यक्ति आईसोलेट हो:
अजमेर के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. केके सोनी ने कहा कि एक मार्च के बाद जो भी व्यक्ति अजमेर जिले के बाहर से आया है उसे तत्काल चिकित्सा विभाग को सूचना देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस के प्रकोप को देखते हुए ऐसे व्यक्ति को स्वयं ही 14 दिनों तक होम आईसोलेट हो जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि चाहे कोई व्यक्ति अजमेर जिले के पड़ौसी जिले, नागौर, भीलवाड़, राजसमंद आदि से आया हो उसे भी आईसोलेट होने की जरुरत है। यदि कोई व्यक्ति राजस्थान के बाहर से आया है उसे तत्काल अपने बारे में चिकित्सा विभाग को सूचना देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अब लोग जागरुक होकर भी बाहर से आने वाले व्यक्ति के बारे में सूचना दे रहे हैं। इससे लोगों की जागरुकता का पता चलता है।
एसपी ने संभाला मोर्चा:
लोक डाउन के मद्देनजर 24 मार्च को जिला पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप सिंह ने सड़कोंपर उतर कर स्वयं मोर्चा संभाला। एसपी ने कई स्थानों पर बेवजह घुम रहे लोगों को फटकार भी लगाई। एसपी का कहना रहा कि पुलिस लोगों की जान बचाने के लिए मुस्तैद है इसलिए लोगों को सहयोग करना चाहिए। एसपी की फटकार के बाद कई लोग माफी मांगते नजर आए।
(एस.पी.मित्तल) (24-03-2020)
नोट: फोटो मेरी वेबसाइट www.spmittal.in
https://play.google.com/store/apps/details ? id=com.spmittal
www.facebook.com/SPMittalblog
Blog:- spmittalblogspot.in
https://play.google.com/store/
www.facebook.com/SPMittalblog
Blog:- spmittalblogspot.in
वाट्सएप ग्रुप से जोडऩे के लिए-95097 07595
M-09829071511 (सिर्फ संवाद के लिए)